राबड़ी
गेहूं, बाजरा, अथवा गेहूं चने का मिला-जुला आटा :१०० ग्राम
लस्सी : १ लीटर
नमक, काली मिर्च, कटा प्याज स्वादानुसार
विधि : अपनी पसंद का आटा लेकर लस्सी में मिलाएँ, इस घोल को
मिटटी के बर्तन में दाल कर दिन भर के लिए धूप में रक्ख दें. शाम
को आप देखेंगे की घोल का पानी खमीरीकरण के कारन ऊपर आ
गया है. इस पानी को स्टेनलेस स्टील के बर्तन में डाल कर उबालें,उबाल
आने पर बाकी घोल (आटे का) व् नमक डाल करधीमी -धीमी आंच पर पकाएं.
शाम को पिने के लिए दूध मिलाएं.सुबह नाश्ते के लिए लस्सी मेलावें व् कच्चे कटे
प्याज के साथ खाएं. इस रबडी की तासीर ठंडी होती है तथा यह गर्मी से बचाती है.
गेहूं, बाजरा, अथवा गेहूं चने का मिला-जुला आटा :१०० ग्राम
लस्सी : १ लीटर
नमक, काली मिर्च, कटा प्याज स्वादानुसार
विधि : अपनी पसंद का आटा लेकर लस्सी में मिलाएँ, इस घोल को
मिटटी के बर्तन में दाल कर दिन भर के लिए धूप में रक्ख दें. शाम
को आप देखेंगे की घोल का पानी खमीरीकरण के कारन ऊपर आ
गया है. इस पानी को स्टेनलेस स्टील के बर्तन में डाल कर उबालें,उबाल
आने पर बाकी घोल (आटे का) व् नमक डाल करधीमी -धीमी आंच पर पकाएं.
शाम को पिने के लिए दूध मिलाएं.सुबह नाश्ते के लिए लस्सी मेलावें व् कच्चे कटे
प्याज के साथ खाएं. इस रबडी की तासीर ठंडी होती है तथा यह गर्मी से बचाती है.