Friday, September 6, 2013

संस्कार




आज  बाजार में अचानक  ही मुझे हमारे कोलेज का स्वीपर दिखाई दे गया………फ़िर क्याथा  ! बस मैं यादों में खो गई. जब हम इस घर के ऊपरी  हिस्से में रहते थे नीचे  के सभी घर खाली पड़े थे लोग खाली घरों के सामने कूड़ा डाल  दिया करते थे। ।एक बार हमारे घर के नीचे  बहुत कूड़ा जमा  हो गया था तब मैंने कालेज से स्वीपर  को   बुलाया   और कूड़ा उठवाया उस समय  वह लड़का (स्वीपर)   छोटा तक़रीबन १६-१७ वर्ष का रहा होगा बेटे को उसे झाड़ू लगाते देख इतना दूख  हुआ और कहने लगा मम्मी जब मैं बड़ा हो कुछ बन जाउंगा ना तब मैं इसके लिए जरुर कुछ करूंगा। मैंने वह बात उस स्वीपर लड़के को बताई… वह कहने लगा मेरी तो नौकरी लगी हुई है मेरे बेटे की नौकरी लगवा देना। .. मैं निहाल हो गई थी कि  बच्चों में अच्छे संस्कार डालने के मेरे प्रयास फलीत हो रहे थे  …

XOXO

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